231 वीं वाहिनी ने मनाया सीआरपीएफ दिवस
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*साहस, बलिदान और शौर्य का सम्मान, शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि”*
जावंगा गीदम (दंतेवाड़ा)। 231 बटालियन ने 19 मार्च को अपना 85वाँ सीआरपीएफ स्थापना दिवस मनाया। स्थापना दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि एवं श्रद्धा-सुमन सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट , श्री जयन पी. सैमुअल (द्वितीय कमान अधिकारी), श्री मुकेश कुमार चौधरी (उप कमाण्डेंट), श्री प्रताप कुमार बेहरा (उप कमाण्डेंट), चिकित्सा अधिकारी और अधीनस्थ अधिकारी एवं जवानों द्वारा बटालियन में निर्मित शहीद स्मारक पर अर्पित की।
शहीदों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद क्वार्टर गार्ड पर कमाण्डेंट को सलामी दी गई। श्री सुरेन्द्र सिंह कमाण्डेंट 231 बटालियन ने जवानों को संबोधित करते हुए सभी जवानों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। सैनिक सम्मेलन के दौरान उन्होंने बल के गौरवमयी इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की नींव क्राउन रिप्रेंजेटेटिव पुलिस के नाम से 27 जुलाई 1939 को रखी गई थी और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 1950 में 19 मार्च के दिन ही सीआरपीएफ को झंडा यानी ‘प्रेसीडेंट कलर्स’ प्रदान किया था। सीआरपीएफ, देश का इकलौता ऐसा अर्धसैनिक बल है, जिसकी स्थापना आजादी से पहले हो गई थी। । कमाण्डेंट महोदय द्वारा वर्तमान के बदलते परिदृश्य में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की चुनौतियों एवँ देश में शाँति व सदभाव बनाये रखने में बल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बल की गौरवशाली गाथाओं के बारे में बताया और जवानों को अनुशासन कायम रखते हुए पूर्ण निष्ठा एवँ ईमानदारी से ड्यूटी करने तथा राष्ट्र सेवा करने हेतु प्रोत्साहित किया।
बटालियन के प्रांगण में संध्या के समय बालीबाल मैच का भी आयोजन किया गया जिसमें वाहिनी के कार्मिकों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। कमाण्डेंट ने सभी खिलाडि़यों का हौसला बढ़ाया और विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।