चुनावी चंदा घोटाला के लिए भाजपा की मान्यता रद्द किया जाए – कांग्रेस

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00 मोदी सरकार ने कंपनियों पर ईडी, सीबीआई से छापा मरवाकर भाजपा के लिये चंदा वसूला
00 भूपेश बघेल पर एफआईआर षड्यंत्र
रायपुर। मोदी सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग विपक्षी दलों के नेताओं के दमन के साथ ईडी, आईटी, सीबीआई का दुरुपयोग कर भाजपा का वसूली एजेंट बना दिया है। जहां चुनाव होते है वहां के विपक्षी दलों व नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराये जाते है।, पूरे देश में यहीं स्थिति है। इलेक्ट्रोरल बांड घोटाला भाजपा कि बदनियति भ्रस्टाचार का सबसे बड़ा सबूत है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उक्त राष्ट्रपति, सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग से मांग करती है कि इस कदाचरण के लिए भाजपा की मान्यता समाप्त कर उसके चुनाव लडऩे पर प्रतिबंध लगाया जाए।
महादेव ऐप मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर कोबैज ने भाजपा का षडयंत्र बताते हुए कहा कि विधानसभा के पहले भी ईडी के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव जीतने के लिये छत्तीसगढ़ में तरह-तरह के प्रोपोगंडा अपनाया और आरोप लगाये। षंडयंत्र पूर्वक तीन दिन पहले बघेल के उपर एफआईआर किया इससे सीधा-सीधा साफ है कि भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से चुनाव मैदान में डर गई है और अपने आप को हार मान चुकी है इसलिये इस तरह के हथकंडे अपना रहे है। महादेव मामले में हमारी सरकार में कई एफआईआर, गिरफ्तारी हुई और केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर इसे बंद करने की मांग की लेकिन पिछले बजट में बयान आता है वित्त मंत्री का महादेव ऐप को शायद जारी रखा जायेगा। कल ही मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बयान आता हैं कि महादेव ऐप को बंद करने की जरूरत नहीं। यह बताता है कि भाजपा ऐप को संरक्षण दे रही है। कही ऐसा तो नहीं महादेव ऐप से भाजपा को चंदा आ रहा है।
उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बांड से संबंधित जो जानकारी सामने आई है उससे साफ हो गया है कि इलेक्टोरल बांड मोदी सरकार द्वारा भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिये लाया गया था। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा चुनावी चंदा घोटाला है। 2019 के बाद से भाजपा को 6,000 करोड़ से अधिक का दान मिला है। ऐसी कई कंपनियों के मामले हैं जिन्होंने इलेक्टोरल बांड दान किया है और इसके तुरंत बाद इन कपंनियो ने मोदी सरकार से भारी लाभ प्राप्त किया है। मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा ने 800 करोड़ रुपए से अधिक इलेक्टोरल बॉन्ड में दिए हैं। अप्रैल 2023 में, उन्होंने 140 करोड़ डोनेट किया और ठीक एक महीने6  बाद, उन्हें 14,400 करोड़ रुपए की ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल प्रोजेक्ट मिल गया। जिंदल स्टील एंड पावर ने 7 अक्टूबर 2022 को इलेक्टोरल बॉन्ड में 25 करोड़ रुपए दिए और सिफऱ् 3 दिन बाद वह 10 अक्टूबर 2022 को गारे पाल्मा 4/6 कोयला खदान हासिल करने में कामयाब हो गया। हेटेरो फार्मा और यशोदा अस्पताल जैसी कई कंपनियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से चंदा दिया है। वेदांता को 3 मार्च 2021 को राधिकापुर पश्चिम प्राइवेट कोयला खदान मिलाऔर फिर अप्रैल 2021 में उन्होंने चुनावी बांड में 25 करोड़ रुपए का दान दिया।