धर्म-आध्यात्म
सत्यवादी अपने सत्य की रक्षा करता है और शीलवान दूसरे के सत्य की रक्षा करता है। यही अंतर है ईश्वर...
अनुचित कार्य करने वाले के अंदर आत्मविश्वास का अभाव होता है | संत मैथिलीशरण
"जो देने के लिये है वह मुक्ति,जो पाने लिये है वह बंधन।" — संत मैथिलीशरण
सत्यवादी अपने सत्य की रक्षा करता है और शीलवान दूसरे के सत्य की रक्षा करता है। यही अंतर है ईश्वर...