June 25, 2025

बलौदाबाजार हिंसा के उपद्रवियों संगठनों की हुई पहचान, प्रशासन ने जारी किए नाम

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बलौदाबाजार। बलौदाबाजार में सोमवार की शाम को हुई घटना के बाद आज वहां स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। जिला प्रशासन और पुलिस के आला अफसर लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने जहां आज स्थिति का जायजा लिया वहीं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है। इस पूरी घटना में उपद्रवियों को चिन्हाकित किए जाने की भी जानकारी प्रशासन के पास है और आने वाले समय में कानूनी तौर पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। इस हिंसा में घायलों का इलाज अस्पतालों में जारी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बेहतर इलाज करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं जिसके बाद अफसरों ने घायलों का अस्पताल पहुंचकर हालचाल जाना और उनके बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा के निर्देश अस्पताल प्रबंधन को दिए।
उल्लेखनीय हैं कि गिरौदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास की तपोभूमि के जैतखाम को काटे जाने के बाद सतनामी समाज अंदर ही अंदर उद्देलित था और सोमवार को एकाएक उग्र हो उठा जिसके चलते आंदोलनकारियों ने शासकीय कार्यालय को आग के हवाले कर दिया और वहां खड़े वाहनों में भी तोडफ़ोड़ की। हालांकि उस समय वहां पर जो पुलिस बल मौजूद था वह इस उग्र भीड़ को नियंत्रित करने में नाकाम रहा जिसके चलते यह वाक्या हुआ। इस पूरी घटना में 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं वहीं प्रदर्शनकारियों ने कारों और दुपहिया वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। सतनामी समाज के लोगों द्वारा किए गए उग्र प्रदर्शन के बाद पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।
प्रशासन ने इस हिंसा को अंजाम देने वाले संगठनों को चिन्हांकित कर लिया है और उनके नाम भी जारी किए गए हैं जिनमें आयोजनकर्ता किशोर नवरंगे भीम कांतीवीर अध्यक्ष, दीपक घृतलहरे प्रगतिशील सतनामी समाज, मोहन बंजारे प्रगतिशील सतनामी समाज युवा प्रदेश अध्यक्ष, सुशील बंजारे प्रगतिशील सतनामी समाज युवा प्रकोष्ट, जितेन्द्र नौरंगे सतनाम सेवा समिती जिला अध्यक्ष, ओमप्रकाश खुंटे सतनामी समाज वरिष्ठ, भुनेश्वर डहरिया, दिनेश चतुर्वेदी भीम रेजिमेंट प्रदेश अध्यक्ष आदि शामिल है, जिनके नेतृत्व में शक्ति प्रदर्शन के रूप में आस पास पैदल रैली कर संयुक्त जिला कार्यालय का घेराव किये जाने योजना थी, जिसमें शासन द्वारा उच्चस्तरीय न्यायिक जांच का आश्वासन दिये जाने के पश्चात भी उनके द्वारा धरना प्रदर्शन स्थगित नहीं किया और जिसके फलस्वरुप आंदोलन उग्र हो गया और उसने सरकारी संपत्ति तथा वाहनों को अपना निशाना बनाया। जिसके कारण सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, नुकसान के आंकलन के बाद जिसकी भरपाई भी इन्हीं आंदोलनकारियों से किए जाने की जानकारी है। इनके साथ ही अब तक इस मामले में पुलिस ने 60 से ज्यादा लोगों को अपनी हिरासत में ले लिया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
प्रशासन की तरफ से आए बयान में कहा गया है कि, 10 जून को छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के द्वारा अमर गुफा गिरौधपुरी जैतखाम मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग एवं साथ में पूर्व में बोडसरा, कबीरधाम एवं अन्य जिलों में सतनामी समाज संबंधी विभिन्न मुद्दो को लेकर दशहरा मैदान बलौदाबाजार में धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया था। इसमें सुरक्षा प्रबंध के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगाने के सांथ मजिस्ट्रियल ड्यूटी भी आदेशित किया गया था।