June 24, 2025

चार डाक्टरों की गिरफ्तारी का आईएमए ने किया विरोध

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Janpatra News
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रायपुर।  बिलासपुर पुलिस द्वारा शुक्रवार को चार डॉक्टरों को गिरफ्तार किये जाने का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने विरोध किया है और कहा कि जांच समिति की रिपोर्ट का सही तरीके से अवलोकन न कर पुलिस ने जो कार्रवाई की वह गलत है।

बैठक में  सदस्य डाक्टरों ने बिलासपुर के 4 वरिष्ठ डॉक्टरों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए जाने के संदर्भ में एक उच्च स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट्स का अवलोकन किया। इस रिपोर्ट में  सिम्स बिलासपुर की संदर्भित विशेषज्ञों की उपस्थिति के बगैर जांच रिपोर्ट को संज्ञान में न लेकर पुलिस प्रशासन ने अपराध दर्ज करने का आदेश दिया जिसका आई एम ए रायपुर और हॉस्पिटल बोर्ड ने आपत्ति जताते हुए इसका विरोध किया है।

29 वर्षीय गोल्डी उर्फ गुरवीन छाबडा की मृत्यु को लेकर गठित की गई जांच समिति ने 25 मई को अपनी रिपोर्ट में यह निष्कर्ष दिया  था कि मरीज को गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया था और उसे उचित उपचार दिया गया था। उसके इलाज में किसी चिकित्सकीय लापरवाही का कोई स्पष्ट सबूत मौजूद नहीं है। जांच समिति ने कहा हालाँकि, अज्ञात विषाक्तता के संदेह के मद्देनजर, धुलाई के संग्रह का रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। जिससे गंभीर रोगी के कम समय तक अस्पताल में रहने के कारण सटीक निदान और मृत्यु के कारण पर पहुंचना मुश्किल हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि यह पूरा मामला 26 दिसंबर 2016 का अपोलो अस्पताल बिलासपुर का है जहां 29 वर्षीय गोल्डी उर्फ गुरवीन छाबडा को इलाज के लिये लाया गया था। जहां इलाज के दौरान गोल्डी ने दम तोड़ दिया। उसकी मृत्यु को लेकर मृतक  के परिजनों द्वारा अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया गया था और इसकी शिकायत थाने में दर्ज की थी जिस पर सरकंडा थाने में अस्पताल प्रबंधन एवं ईलाज करने वाले डॉक्टरों पर पूर्व में अपराध पंजीबद्ध हुआ था। इस मामले में पुलिस ने इलाज में लापरवाही बरतने व सबूत मिटाने के लिए अपोलो अस्पताल में कार्यरत चार डॉक्टरो  को शुक्रवार को गिरफ्तार किया।