रोगों के निदान में रेडियोलॉजी का योगदान महत्वपूर्ण : सांसद बृजमोहन अग्रवाल

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*आईआरआईए का रेजिडेंट एजुकेशन प्रोग्राम चिकित्सा महाविद्यालय के नये ऑडिटोरियम में शनिवार 5 अक्टूबर से प्रारंभ*

*रेडियोलॉजी के स्नातकोत्तर छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से आए विशेषज्ञ*

रायपुर। इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन (आईआरआईए) सीजी चैप्टर, पं. जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय का रेडियोडायग्नोसिस विभाग और इंडियन कॉलेज ऑफ रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग (आईसीआरआई) के संयुक्त तत्वावधान में पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय स्थित स्व. अटल बिहारी वाजपेयी सभागार (नये ऑडिटोरियम) में दो दिवसीय रेजिडेंट एजुकेशन प्रोग्राम (आईआरईपी-2) का शुभारंभ शनिवार को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल के गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मनोज पिंगुआ रहे।छत्तीसगढ़ में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में पहली बार ऐसा राष्ट्रीय स्तर का आयोजन विशेष रूप से रेडियोलॉजी के स्नातकोत्तर छात्रों के लिए किया गया है। इस आयोजन को राजधानी में कराए जाने में चिकित्सा महाविद्यालय रेडियोलॉजी विभाग से डॉ. आनंद जायसवाल की विशेष भूमिका रही ।

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीमारियों के उपचार की दिशा में रेडियोलॉजी एवं इमेजिंग का महत्वपूर्ण योगदान है। रेडियोलॉजी जांच के बाद ही बीमारी की दशा और उसके उपचार की दिशा तय होती है। उपचार की कोई भी विधा हो बिना रेडियोलॉजी और इमेजिंग जाँच के मरीज को क्या उपचार दिया जाए? यह तय करना संभव नहीं होता। उन्होंने कहा कि प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज होने के नाते रायपुर मेडिकल कॉलेज में वर्तमान समय में रेडियोडायग्नोसिस एवं रेडियोथेरेपी विभाग में जांच एवं उपचार की अत्याधुनिक मशीन स्थापित है और ऐसा विश्वास है कि आने वाले समय में यह विभाग जांच एवं उपचार तकनीक की दिशा में और भी उन्नत होगा। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मनोज पिंगुआ ने कहा कि रेडियोलॉजी एक ऐसी विधा है जो रोगी के शरीर में उत्पन्न असामान्यताओं का विश्लेषण करके उसका सटीक और प्रभावी उपचार प्रदान करने में अपनी मुख्य भूमिका निभाता है।

कार्यक्रम के वैज्ञानिक सत्र में दिल्ली के सीएनबीसी पीडियाट्रिक हॉस्पिटल से आई डॉ. नताशा गुप्ता ने बाल चिकित्सा छाती एवं उदर विकृति विज्ञान की व्यापक केस-आधारित समीक्षा विषय पर पीजी छात्रों को पढ़ाया और प्रश्नोत्तरी सत्र के माध्यम से छात्रों के विषय आधारित ज्ञान की परीक्षा ली। पंडित नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में रेडियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ.एस. बी.एस.नेताम ने शरीर के निचले अंग यानी लोअर लिंब के वीनस डॉपलर विषय के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए छात्रों को पढ़ाया। फिल्म रीडिंग सत्र- पारंपरिक रेडियोग्राफ विषय पर पटना से आये डॉ. अशोक कुमार मंडल, स्पॉटर्स पर डॉ. सीडी साहू और केस-आधारित समीक्षा और ओएससीईएस: नेफ्रो/यूरो-रेडियोलॉजी विषय पर डॉ. सिकंदर शेख (हैदराबाद) ने व्याख्यान और जानकारी दी।

इस अवसर पर पं.जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी, इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन के छत्तीसगढ़ चैप्टर के संरक्षक, पूर्व डीएमई एवं वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विष्णु दत्त और कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. आनंद जायसवाल, सह सचिव डाॅ श्रेयस जायसवाल, रेडियोडायग्नोसिस विभाग से डॉ. विवेक पात्रे, डॉ. शुभकृति अग्रवाल समेत आयोजन कमिटी के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

विदित हो कि आईआरईपी-2 भारतीय रेडियोलॉजिकल और इमेजिंग एसोसिएशन द्वारा प्रायोजित एक शैक्षिक पहल है जिसका उद्देश्य देशभर के रेडियोलॉजी के स्नातकोत्तर (पीजी स्टूडेंट) को लाभ पहुंचाना है। इसके फैकल्टी मेंबर में रेडियोलॉजी और इमेजिंग के क्षेत्र में देशभर के अनुभवी विशेषज्ञ शामिल हैं। रेडियोलॉजी के स्नातकोत्तर छात्रों के रेडियोलॉजी और इमेजिंग के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों के बारे में ज्ञान और कौशल को बढ़ावा देने के लिए इस कार्यक्रम में व्याख्यान, केस आधारित समीक्षा और इंटरैक्टिव फिल्म रीडिंग सत्र का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष डॉ. वी. ए. वरप्रसाद, डॉ. ए. अनबरसु, डॉ. ए. ए. उस्मान और सह अध्यक्ष डॉ. एस. बी. एस. नेताम हैं वहीं आयोजन सचिव डॉ. एल. मुरली कृष्णा, डॉ. अमित जी. अग्रवाल और डॉ. आनंद जायसवाल हैं।