1998 में बने कांकेर लोकसभा सीट में छठवीं बार भी मात्र 1884 वोटों से जीते भोजराज
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कांकेर। कांकेर लोकसभा के लिए जिले के भानुप्रतापपुर, कांकेर व अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मतों की गणना के लिए ग्राम नाथियानवागांव के पालिटेक्निक में मंगलवार को कांकेर विधानसभा सीट के चुनाव की तरह रोमांच एक बार फिर से लोकसभा चुनाव के मतगणना के दौरान देखा गया। कांकेर लोकसभा सीट के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर रही आखिरकर देर रात्री में यहां कमल खिल गया। भाजपा के कांकेर लोकसभा प्रत्याशी भोजराज नाग को पांच लाख 97 हजार 624 मत मिले और कांग्रेस के प्रत्याशी बिरेश ठाकुर को पांच लाख 95 हजार 740 मत प्राप्त हुए। दोनों की कांटे की टक्कर में 22वें राउंड पर भोजराज नाग से 1917 वोटों से बीरेश ठाकुर पीछे चल रहे थे, लेकिन बैलेट मतपत्र की गिनती होने पर 1884 वोटों से बीरेश ठाकुर को भोजराज नाग ने परास्त किया।
उल्लेखनिय है कि कांकेर लोकसभा सीट की राजनैतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो बस्तर जिले का हिस्सा रहा कांकेर को वर्ष 1998 में एक नया जिला बनाया गया था। कांकेर लोकसभा क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं, जिसमें छह अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।भाजपा के किले को कांग्रेस पिछले छह चुनाव से भेद नहीं पाई है। इस सीट पर 1998 के बाद से भाजपा ही विजयी रही है।