June 23, 2025

हिन्दूओं को 4 बच्चे पैदा करना बेहद जरुर – प्रदीप मिश्रा

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00 प्रेम का विरोध नहीं पर लव जिहाद का विरोध करते है
अमलेश्वर। हिंदुओं को 4 बच्चे पैदा करना बेहद जरूरी है, इन चार बच्चों में से दो को अपने पास रखें, एक को सनातन सेवा में और एक को राष्ट्र सेवा में लगाएं। एक ही बच्चा होगा तो किसे अपने पास रखेंगे और किसे धर्म रक्षा में देंगे? लड़कियों को लव मैरिज नहीं करना चाहिए, वे प्रेम का विरोध नहीं कर रहे है लेकिन लव जिहाद का विरोध है। प्रेम विवाह हो, लेकिन वर कन्या के योग्य हो इसके साथ ही माता-पिता की सहमति भी होना जरूरी। शनिवार को कथा शुरू होने से पहले पं. प्रदीप मिश्रा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उक्त बातें कहीं। अमलेश्वर में शिव महापुराण की कथा का कल अंतिम दिन है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ को काशी बताते हुए कहा कि जैसा काशी में महत्व है वैसा खारुन नदी के हठकेश्वर नाथ का है। कथा करवाने वाले भी वहीं है और कथा करने वाले भी वहीं। मुगले के जमाने में मंदिरों में लगे ताले के जवाब में उन्होंने कहा कि जिन मंदिरों में ताले लगे हैं उन्हें खुलवाने का प्रयास कर रहे है आने वाला समय वाले में जो मंदिर बंद पड़े है वह खुल जाएंगे और स्वयं शंकर यह कार्य करेंगे। जो भी धार्मिक आयोजन होते हैं वह खुले मंच से होते है और इस दौरान लोगों को यह प्रेरणा दी जाती हैं कि धर्मांतरण रुके लेकिन जो अधर्मी हैं न कहीं न कहीं उन्हेंं बरगलाने का काम कर रहे है। उनका अधिकांश फोकस अनपढ़ व ग्रामीण क्षेत्र के लोग होते हैं जो उनके झांसे में आ जाते है और सनातन धर्म को छोड़कर उनके धर्म में चले जाते है। उसमें कुछ गलती हमारी भी हैं कि हम उन लोगों को समझाने का प्रयास भी नहीं करते हैं लेकिन हमें अब प्रयास करने की जरुरत हैं कि उन्हें समझाएं, हम यह प्रयास करना शुरु कर देेंगे तो वे धर्म परिवर्तन करना छोड़ देंगे। बाबा बागेश्वर धाम को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि कई लोग कहते हैं कि हम उन लोगों को घर वापसी करवा रहे हैं लेकिन मैं कहता हंू कि वे अपने घर से गए ही कब थे जो उन्हें घर वापसी करा रहे है। वे अपने ही कारण तो गए हुए थे, प्रयास यह करें कि उनको पीछे न हटाकर आगे कर दें तो धर्मांतरण अपने आप समाप्त हो जाएगा।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि धर्मांतरण का लेखा जोखा सरकार के पास होता हैं कि नहीं यह तो उन्हें नहीं मालूम। सरकार इस ओर प्रयास जरुर करती हैं। अगर संविधान के हिसाब से चलेंगे तो भी धर्मांतरण रुक सकता है। आने वाले समय में जब केंद्र में सरकार बनकर जैसे ही आएगी हम उनसे इस पर बात जरुर करेंगे।