कुसुम संयंत्र हादसा मलबे को हटाने प्रशासन को करनी पड़ रही मशक्कत
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मुंगेली। मुंगेली जिले में सरगांव के पास गुरुवार को निर्माणधीन कुसुम औद्योगिक संयंत्र में हुए हादसे में गिरी चिमनी और मलबे को 24 घंटे बाद भी उठाया नहीं जा सका है। जिसके चलते मलबे में दबे शवों को निकालने में जिला प्रशासन की टीम को मशक्कत करनी पड़ रही है। इस दौरान मलबे और चिमनी के कंटेनर को उठाने के प्रयास में 2 बड़े क्रेनों के केबल टूट चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि, इस हादसे में घटनास्थल पर 7 मजदूरों ने दम तोड़ दिया था। वहीं मलबे में अनेक मजदूरों के दबे होने की आशंका व्यक्त की गई है। दबे मजदूरों को मलबे से निकालने के प्रयास युद्ध स्तर पर जारी हैं। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है। बताया जा रहा है कि मलबे में दबे मजदूरों को बाहर निकालने अभी और समय लग सकता है।
इधर इस हादसे में मारे जये मजदूर मृतक मनोज कुमार धृतलहरे के परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है। परिजनों की मांग है कि, मुआवजे की राशि पहले दी जाए तभी वे शव को ले जाएंगे। वहीं वे लोग चिमनी में फंसे लोगों को पहले बाहर निकालने की शर्त भी रख रहे हैं। मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया। वे मुआवजे और रेस्क्यू के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करने पर अड़े हुए हैं। जिला प्रशासन की टीम लगातार उनको समझाने का प्रयास कर रही है।