“प्रोत्साहन से खिलाड़ी कीर्तिमान बनाने की रखते है क्षमता”
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*”खेल न्यूज की भूमिका छत्तीसगढ़ में खेलों को बढ़ावा देने के लिए अविस्मरणीय”*
*जसवंत क्लॉडियस *
पिछले 46 वर्षों से खेल पत्रकारिता से जुड़े होने के कारण खेलकूद के प्रचार-प्रसार को लेकर मुझे बहुत लगाव रहा है। इस अवधि में कई अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय स्पर्धाओं को देखने, अनेक खेलों का आंखों देखा हाल सुनाने तथा चैंपियन खिलाड़ी आयोजकों से मुलाकात का अवसर मिला। अधिकतर साक्षात्कार के दौरान खिलाडिय़ों की पृष्ठभूमि से पता चला कि स्वयं खिलाड़ी ने और उनके माता-पिता ने खेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। बाद में मीडिया द्वारा प्रकाशित ऐसे नन्हीं उभरती हुई खेल प्रतिभा को अपने-अपने खेल की उपलब्धि पढऩे व जानने का अवसर मिला। इससे अनेक प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिला और उस प्रकाशन के कारण खेलकूद में बने रहने की इच्छा जागृत हुई। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि आज देश की प्रमुख खेल हस्तियों को खोज निकालने में स्थानीय सोशल, प्रिंट, इलेक्ट्रानिक मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। वस्तुत: आज भी समाज में जमीनी स्तर के खेल पत्रकार को जितना सम्मान मिलना चाहिए नहीं मिल पाता है। इस तरह उभरती प्रतिभा को खेल जगत में अपना स्थान दिलाने में स्थानीय पत्रकार की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। स्थानीय, जिला तथा प्रदेश स्तर में मिली सफलता के बाद मीडिया द्वारा दिये गये स्थान से प्रत्येक खिलाड़ी का सीना चौड़ा हो जाता है साथ ही साथ अभिभावक, पारिवारिक सदस्यों को समाज में अलग पहचान मिलती है।
इस दिशा में अभी छत्तीसगढ़ राज्य में ठोस रणनीति बनाये जाने राज्य की जरूरत है। हमारा प्रदेश इस वर्ष अपनी स्थापना की रजत जयंती बन रहा है पंरतु प्रदेश में खेल का माहौल नहीं बन पा रहा है। हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटका ऐसे कई प्रदेश है जहां की खेलनीति के कारण विभिन्न खेलों के खिलाड़ी राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रौशन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी खेल व खिलाडिय़ों की नीति निर्धारण की कोशिश की गई परंतु अब स्पष्ट हो गया है कि सिर्फ खेल विभाग के द्वारा निर्माण किए गए नियम द्वारा प्राप्त नहीं किया जा सकता है। आज की परिस्थिति में इसके लिए प्रदेश के पूर्व खिलाडिय़ों, प्रशिक्षकों, निर्णायकों, राजनेताओं, खेल मीडिया के सदस्यों, खेल प्रेमियों, प्रशासनिक अधिकारियों, अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य खेल संघ के गिने-चुने पदाधिकारियों को लेकर एक समिति बनाये जाने की जरूरत है। 2047 में विकसित भारत की अवधारणा को पूर्ण करना है तो खेलकूद के क्षेत्र में प्रदेश के सत्ताधीशों को बहुत गंभीर होना पड़ेगा। इस दिशा में गत दिनों बिलासपुर के सोशल मीडिया में संचालित खेल न्यूज ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। खेल न्यूज के तत्वावधान में तीसरी खेल प्रतिभा सम्मान समारेाह का आयोजन बिलासपुर किया गया इसमें प्रदेश के विभिन्न खेलों के उभरते हुए उदयीमान खिलाडिय़ों को पुरस्कृत किया गया। सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि इसमें केाई खेल विशेष नहीं बल्कि ओलंपिक तथा गैर ओलंपिक खेलों के राज्य या राष्ट्रीय स्तर के पदक प्राप्त खिलाडिय़ों का सम्मान किया गया। छत्तीसगढ़ में खेलकूद का वातावरण तैयार करने के लिए खेल न्यूज से जुड़े सभी हस्तियां बधाई के पात्र हैं। इसके साथ ही खेल न्यूज के खेल पत्रकार विवेक राय की दूरदृष्टि और खेल के प्रचार प्रसार के लिए लगाव, लगन व परिश्रम का कोई मुकाबला नहीं। ऐसे आयोजन से खेल भावना को मजबूती मिली।