हैदराबाद में कला पारखियों के बीच छत्तीसगढ़ी लोक वाद्यों का जादू जगाया रिखी और उनकी टीम ने
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*राष्ट्रपति, पूर्व उप राष्ट्रपति और आरएसएस प्रमुख सहित कई विशिष्टजन हुए शामिल*
भिलाई। हैदराबाद में रविवार को संपन्न हुए राष्ट्रीय लोक मंथन के चार दिवसीय आयोजन में प्रख्यात लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय ने देश भर की कला-संस्कृति बिरादरी के बीच छत्तीसगढ़ी लोकवाद्यों का जादू जगाया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री केदार कश्यप और मध्यप्रदेश के संस्कृति राज्यमंत्री धर्मेंन्द्र सिंह लोधी सहित कई विशिष्ट लोगों ने इस आयोजन में भागीदारी दी।
*कुलदीप ने राष्ट्रपति के समक्ष गाया छत्तीसगढ़ का देवी गीत ”मईया जय हो दंतेश्वरी”*
लोक मंथन के आयोजन में 22 नवम्बर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का आगमन हुआ। इस दौरान रिखी क्षत्रिय के दल में शामिल और बालोद के ग्राम रेंगाकठेरा निवासी कुलदीप सार्वा ने दीप प्रज्वलन के दौरान छत्तीसगढ़ का देवी गीत गाकर समा बांध दिया। राष्ट्रपति द्वारा दीप प्रज्वलन एवं देवी मां को हार पहनाने के दौरान कुलदीप ने यहां ” हो मईया जय हो दंतेश्वरी मईया जय हो दंतेश्वरी तोरे जस अगम अपार हो मां ” गीत प्रस्तुत किया। कुलदीप ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय रिखी क्षत्रिय, काशी शर्मा , हेमंत माहुलिकर एवं समस्त संस्कार भारती परिवार को दिया है।
*तीनों दिन लगातार प्रस्तुति हुई रिखी क्षत्रिय और उनके समूह की*
राष्ट्रीय लोक मंथन आयोजन में सबसे अनूठी बात यह रही कि छत्तीसगढ़ से गए लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय और उनके समूह को तीनों दिन प्रस्तुति का अवसर मिला। यहां पहुंचने वाले कला के पारखी लोगों को आम जनता ने रिखी के संग्रह को खूब पसंद किया और लोक वाद्यों में खूब दिलचस्पी दिखाई। रिखी क्षत्रिय ने बताया कि यहां सभी सांस्कृतिक दलों के लिए प्रस्तुति पहले से तय थी लेकिन उनके प्रस्तुतिकरण को वहां लोगों ने इतना पसंद किया कि आयोजकों ने लगातार तीन दिन प्रस्तुति के लिए अवसर दिया। रविवार को समापन अवसर पर छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री केदार कश्यप और मध्यप्रदेश के संस्कृति राज्यमंत्री धर्मेंन्द्र सिंह लोधी ने रिखी क्षत्रिय व उनके समूह का सम्मान किया।