November 27, 2024

‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा का निधन, राजकीय सम्मान के साथ गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार

1 min read
Share this

*राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया*

पटना। ‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को दिल्ली से पटना लाया गया। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। छठ के पहले दिन (मंगलवार देर रात) दिल्ली AIIMS में उनका निधन हो गया। छठ के गाए उनके गीत बेहद मशहूर हैं। इस पर्व के पहले ही दिन उन्होंने अंतिम सांस लीं। फ्लाइट से उनके पार्थिव शरीर पटना लाया गया। पटना में इसे अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रख्यात लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनका सुमधुर गायन अमर रहेगा।राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘एक्स’ पर लिखा, “बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध गायिका डॉक्टर शारदा सिन्हा जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। बिहारी लोक गीतों को मैथिली और भोजपुरी में अपनी मधुर आवाज़ देकर शारदा सिन्हा जी ने संगीत जगत में अपार लोकप्रियता पायी।”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रख्यात लोक गायिका शारदा के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं।” उन्होंने कहा, “आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।

कल (गुरुवार) को सुबह 8 बजे के बाद गुलबी घाट पर राजकीय सम्मान का साथ शारदा सिन्हा को अंतिम विदाई दी जाएगी। 26 अक्टूबर को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली AIIMS में भर्ती कराया गया था। शारदा सिन्हा के निधन पर राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी और सीएम नीतीश के अलावा कई राज्यों के गवर्नर और मुख्यमंत्री ने शोक जताया है। शारदा सिन्हा के गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत कई दशकों से काफी लोकप्रिय है। छठ महापर्व से जुड़े उनके गीतों की गूंज सदैव बनी रहेगी।

शारदा सिन्हा एक प्रशिक्षित शास्त्रीय गायिका थीं, जिन्होंने अपने कई गीतों में लोक संगीत का मिश्रण किया। उन्हें अक्सर ‘मिथिला की बेगम अख्तर’ कहा जाता था। वह हर साल छठ पर्व पर एक नया गीत जारी करती थीं। उन्होंने इस साल स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद भी उन्होंने छठ पर्व के लिए एक गीत जारी किया था।