मुकेश सिंह,सर्वेयर से की शुरुआत आज पत्रकारिता के हैं आधार स्तंभ
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रायपुर। राज्योत्सव के अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में दिये जाने वाले राज्य अलंकरण पुरस्कार 2024 की घोषणा उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने की। इस वर्ष मधुकर खेर पत्रकार सम्मान के लिये वरिष्ठ पत्रकार अंग्रेजी अखबार हितवाद के समाचार संपादक मुकेश एस. सिंह का चयन किया गया है बुधवार को राज्योत्सव के समापन समारोह में इन सभी विभूतियों को मुख्य अतिथि उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पुरस्कृत करेंगे।
मधुकर खेर पत्रकार सम्मान पाने वाले मुकेश सिंह के पत्रकारिता का दौर अप्रैल 1998 में मध्य भारत के प्रतिष्ठित अंग्रेज़ी समाचार पत्र द हितवाद से एक सर्वेयर के रूप में हुआ। वरिष्ठ पत्रकारों रम्मू श्रीवास्तव और जॉर्ज कुरियन के निर्देशन में, मुकेश ने रिपोर्टर के रूप में काम किया और शिक्षा के क्षेत्र को कवर करने का दायित्व सौंपा गया।छत्तीसगढ़ राज्य गठन के समय, संपादकीय कार्यभार श्री रमेश नैय्यर ने संभाला, और उसी दौरान मुकेश ने खेल पत्रकारिता में कदम रखा। राज्य के विभिन्न जिलों में खेल आयोजनों की विस्तृत कवरेज करते हुए, खेल पत्रकारिता में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई। मुकेश की पुस्तक ए विंडो ऑन स्पोर्ट्स इन छत्तीसगढ़ का विमोचन प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने किया, और इसके माध्यम से राज्य में खेल पत्रकारिता को नई दिशा मिली।
हितवाद में रहते हुए हाँ नक्सल-प्रभावित क्षेत्रों और राजनीतिक रिपोर्टिंग में सक्रिय भूमिका निभाई। 2008 में मुख्य रिपोर्टर (Chief Reporter) के पद पर पदोन्नत होने के बाद जिम्मेदारियों में वृद्धि हुई और मैंने महत्वपूर्ण खबरों पर विशेष कवरेज करने का अवसर मिला । 2010 में मुकेश के लेखन व कार्य तथा वरिष्ठता को देखते हुए प्रबंधन ने समाचार संपादक के पद पर पदोन्नत किया। मुकेश का व्यंग्यात्मक कॉलम लेफ्ट-राइट-लेफ्ट लोकप्रिय रहा।
मुकेश का जन्म मुंबई में हुआ, किंतु जड़ें वाराणसी से जुड़ी थी। उत्तर प्रदेश में हैं। पिता श्री एस. एस. सिंह भारतीय खाद्य निगम से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, और मेरी माताजी श्रीमती निर्मला सिंह एक साधारण गृहिणी हैं। पत्रकारिता के इस सफर में मुकेश को ऐसे वरिष्ठ व अनुभवी संपादकों हितवाद के समूह संपादक श्री विजय फणशिकर, स्व. श्री रम्मू श्रीवास्तव, श्री जॉर्ज कुरियन, स्व. श्री रमेश नैय्यर, स्वर्गीय पं. दीनदयाल पुरोहित, श्री शरत रोटकर के साथ कार्य करने का अवसर मिला । इसके साथ ही श्री राजेंद्र महांति, श्री आर. कृष्णा दास और हितवाद के वर्तमान स्थानीय संपादक श्री ई.वी. मुरली का विशेष सहयोग भी निरंतर मिलते रहा ।