पुरी में पुस्तक विमोचन,विद्वानों के बीच चर्चा हुई मुख्य मंदिर में
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भिलाई। ‘अगासदिया’ परिवार की ओर से ‘सबके अपने जगन्नाथ’ पुस्तक के सातवें संस्करण का विमोचन पुरी में हुआ। डॉ. परदेशीराम वर्मा एवं डॉ. रविशंकर नायक द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन पुरी मंदिर के प्रमुख पुजारी एवं साहित्यकारों ने किया। सारंगढ़ पंडा के नाम पर विख्यात ज्योतिप्रकाश मूल रूप से सारंगढ़ के निवासी हैं जिनके पिता नीलकंठ गोपीनाथ राजा के विशेष आमंत्रण पर पुरी मंदिर में पुजारी बनकर गए। उन्हें वहां मंदिर के पास जमीन देकर घर बनवाया गया। जिसे पुरी में सारंगढ़ भवन के नाम से सब जानते हैं। ज्योतिप्रकाश के पुत्र पंकज भी अब तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। पुरी में छत्तीसगढ़ के इस पंडा परिवार की प्रतिष्ठा देखते ही बनती है। 23 को पुरी पहुंचते ही वहां दाना साइक्लोन के आगमन की सूचना से सब कुछ अस्त व्यस्त होने लगा था, किन्तु मंदिर परिसर में पुस्तक का विधिवत विमोचन हुआ। विद्वानों ने पुस्तक की सामग्री को सराहा। ज्योति प्रकाश ने पुस्तक को श्री जगन्नाथ के श्री चरणों में समर्पित किया।
उपस्थित अन्य विद्वानों को पुस्तक की प्रति भेंट की गई। कलाकार महेश वर्मा, राजेन्द्र साहू कवि अशोक साहू तथा बद्री प्रसाद पारकर के साथ लेखक डॉ. परदेशीराम वर्मा पुरी के विद्वानों से मिले। जिला प्रशासन की मुस्तैदी वहां देखते ही बनी। एक दिन पहले ही हम सफर एक्सप्रेस से यात्री दल को भिलाई के लिए सुरक्षित भेजा गया। प्रति वर्ष दो बार अगासदिया परिवार की पुरी यात्रा होती है। इस बार साहित्यकार बद्री प्रसाद पारकर एवं अशोक आकाश ने भी स्वरचित पुस्तकों को श्री जगन्नाथ को भेंट की।