गन्ना उत्पादन के घटते रकबे पर मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की

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*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक प्रारंभ*

जशपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव  साय की अध्यक्षता में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक प्रारंभ हुई मुख्यमंत्री ने प्राधिकरण के सदस्यों से मांगे सुझाव।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव  साय ने  प्राधिकरण अंतर्गत नए काम जनप्रतिनिधियों से सलाह लेकर स्वीकृत करने के निर्देश दिए गए। पुराने काम जो अभी तक प्रारंभ नहीं हुए हैं, उन्हें निरस्त करने के भी दिए गए निर्देश दिये।सीएम ने कहा कि छोटे छोटे काम को शीघ्र पूर्ण करें। कार्य पूर्ण होने में विलंब नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्राधिकरण की बैठक में सदस्य की मांग पर सरगुजा जिले में गन्ना उत्पादन के घटते रकबे पर चिंता जाहिर करते हुए उत्पादन बढ़ाने का प्रयास करने के निर्देश दिए|सदस्य द्वारा बताया गया कि लुण्ड्रा में सब्जी की बहुत खेती होती है, लोग निजी बाज़ार से महंगे में पौधे खरीदते हैं, इस समस्या को सुनकर मुख्यमंत्री ने सरकारी स्तर पर नर्सरी लगाकर सस्ते में पौधे उपलब्ध कराने की बात कही, उन्होंने बंद नर्सरी शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही सदस्यों को उनकी मांग के सन्दर्भ में पत्र प्रस्ताव देने की बात कही।

सदस्य द्वारा बताया गया कि भरतपुर सोनहत में मोबाइल नेटवर्क की कमी है। बिजली की भी समस्या है। सोलर लाइट का रखरखाव नहीं हो पा रहा है।जिसके समाधान की त्वरित पहल करते हुए मुख्यमंत्री ने पीएम जनमन योजना में शामिल करते हुए इन क्षेत्रों में लोगों को हो रही असुविधा दूर करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि पीएम जनमन योजना में जहां पहले 11 प्रकार के ही कार्य होते थे वहीं अब 25 प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सभी सदस्यों से प्राधिकरण के कार्यो के लिए सुझाव देने को कहा ताकि प्राधिकरण से क्षेत्र में अच्छा कार्य कराया जा सके जिसका लाभ अनुसूचित जनजाति वर्ग के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों को मिलेगा मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्य पिछली सरकार में नहीं हो पाये किन्तु हमारी सरकार घर-घर स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बैठक में शामिल होने से पूर्व विभिन्न विभागीय स्टॉल्स का अवलोकन किया। उन्होंने इस मौके पर महिला समूहों द्वारा निर्मित महुआ के विभिन्न खाद्य पदार्थों एवं आया उत्पादो की सराहना की।