शहर के प्राचीन रथ का हो रहा कायाकलप
1 min read
Share this
रायपुर। राजेश्री महंत रामसुंदर दास जी की पहल पर रायपुर शहर के सबसे पुराने रथ को अब नहीं दिशा दी जा रही है। पं विजय कुमार झा ने बताया है कि भगवान जगन्नाथ इस रथ को पहले भक्त गणों द्वारा धक्का देने व अनियंत्रित होने से छोटी-मोटी घटना दुर्घटना हो जाती थी।
अब अत्याधुनिक युग में नवीन तकनीकी स्वरूप देकर नई साज-सजा के साथ ऐतिहासिक रथ में भगवान जगन्नाथ,भाई बलभद्र एवं बहन सुभद्रा विराजमान होकर नगर भ्रमण कर लाखे नगर स्थित नेशनल टाइल्स में अपने मौसी गुण्डच्चा के घर भगवान विश्राम करेंगे। आगामी 7 जुलाई रथ दूज रथयात्रा के बाद देवशयनी एकादशी को भगवान रथ में सवार होकर वापस जगन्नाथ मंदिर में विराजमान होंगे। उसी दिन से शुभ कार्य 4 माह के लिए बंद होकर देवउठानी एकादशी से प्रारंभ होंगे।