कई प्रकार के डेयरी प्रोडक्ट्स बनाना सीख रहे है डेयरी पॉलीटेक्निक बेमेतरा के विद्यार्थी

1 min read
Share this

बेमेतरा। शासकीय डेयरी पॉलीटेक्निक बेमेतरा के द्विवर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के डेयरी प्रोडक्ट्स निर्माण का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। विद्यार्थियों को दूध से पनीर, श्रीखंड, पेड़ा, रबड़ी, खोआ, आईसक्रीम, दही, लस्सी, गुलाबजामुन इत्यादि दुग्ध पदार्थों के व्यवसायिक निर्माण का सघन प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि डिप्लोमा के अंतिम सेमेस्टर में देश के विभिन्न डेयरी संयंत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर वे इस क्षेत्र में पारंगत हो सकें।
शासकीय डेयरी पॉलीटेक्निक बेमेतरा में विद्यार्थियों को इस प्रकार प्रशिक्षित किया जाता है कि वे डेयरी क्षेत्र में स्थापित शासकीय, सहकारी एवं प्राइवेट संयंत्रों में रोजगार प्राप्त करनै के साथ ही इस क्षेत्र में स्वयं का व्यवसाय भी प्रारंभ कर सकें।
देश के साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी तेजी से बढ़ रहे डेयरी उद्योग में स्थानीय युवाओं को रोजगार के लिये प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से छ.ग. शासन द्वारा दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनू विश्वविद्यालय, दुर्ग के अंतर्गत बेमेतरा में डेयरी पॉलीटेक्निक की स्थापना की गई है।
नजदीकी ग्राम चोरभट्टी में स्थापित डेयरी पॉलीटेक्निक के द्विवर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम में पी.ई.टी. परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जाता है लेकिन सीटें रिक्त होने पर स्थानीय विद्यार्थियों को 12 वीं परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर भी प्रवेश दिया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि डेयरी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु न्यूनतम अहर्ता गणित विषय के साथ बारहवीं परीक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है।