June 23, 2025

छठी कार्यक्रम में खाना खाने के बाद 50 ग्रामीण फूड प्वाइजनिंग के हुए शिकार

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दंतेवाड़ा। जिले के कुआकोंडा ब्लॉक के ग्राम हड़मामुंडा में एक घर में आयोजित छठी कार्यक्रम में खाना खाने के बाद 50 ग्रामीण फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए, 20 ग्रामीणों का इलाज गांव में ही कैंप लगाकर किया जा रहा है। वहीं 30 ग्रामीणों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें कुआकोंडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया है।
ग्रामीणों की मानें तो हड़मामुंडा के हुंगा कर्मा के घर पर छठी का कार्यक्रम था। जहां भोज में मुर्गा व बकरे का मांस परोसा था। रात में खाना खाने के बाद आज सुबह से ही ग्रामीणों की हालत बिगडऩे लगी और उन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई। जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को इसकी खबर मिली, स्वास्थ्य अमले को मौके के लिए रवाना किया गया। ग्रामीणों को इलाज लगातार जारी है। कुआकोंडा के सामुदायिकं स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती 30 में से 04 ग्रामीणों की हालत नही सुधरती देख उन्हें फौरन जिला अस्पताल रिफर कर दिया है। जबकि बाकी 26 ग्रामीणों की हालत स्थिर बताई जा रही है। रिफर किए गए ग्रामीणों में 08 वर्षीय बमन, 03 वर्षीय शिनु, 03 वर्षीय अश्विन व 36 वर्षीय हिड़मा बताए जा रहे हैं। इनमें से तीनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है।
चिकित्सा अधिकारी डॉ. केविन थॉमस ने बताया कि इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। इसके बाद मुर्गा-बकरे का मांस खाने के चलते ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ी है। दरअसल मांस से शरीर में गर्मी पैदा होती है। ऊपर से पड़ रही भीषण गर्मी से अत्यधिक गर्मी पैदा हो गई और ग्रामीणों की तबीयत पर इसका विपरीत असर देखा गया है। गांव में दो डॉक्टर सहित स्वास्थ्य अमला गांव में कैंप किए हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे गांव पर नजर रखे हुए है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में होने का दावा उन्होंने किया है।