प्रशासन ने नहीं सुनी महिला न्याय के लिये पहुंची हाईकोर्ट

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*महिला मरीज के बाएं के बजाए दाहिने पैर का कर दिया ऑपरेशन*

बिलासपुर। अस्पताल में डाॅक्टरों की लापरवाही का मामला फिर सामने आया है। इस बार डाक्टरों ने महिला के बाएं पैर के दाहिनेपैर का ऑपरेशन कर दिया। जब पीड़ित महिला न्याय के लिये जिला प्रशासन के पास पहुंची लेकिन उसकी सुनवाई नही हुई तो महिला ने उच्च न्यायालय में न्याय के लिये फरियाद की जिस पर न्यायालय ने संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया

यह पूरा मामला बिलासपुर के  किस्म व आर बी हास्पिटल का है। बताया जाता है कि बाएं पैर का ऑपरेशन कराने गई महिला का दाहिना पैर का ऑपरेशन कर दिया गया । बिलासपुर निवासी शोभा शर्मा के बाएं पैर में पहले से तकलीफ थी।  इन्होने पहले स्थानीय किम्स हास्पिटल में अपना उपचार कराया। जहां चिकित्सीय परीक्षण के बाद मरीज सलाह को डाक्टरी सलाह दी गई कि  पैर का ऑपरेशन ही करना होगा , उसके बाद ही यह पूरा ठीक होगा। चिकित्सीय सलाह के बाद महिला के पति रितेश शर्मा ने इन्हें आर बी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया, जहां ऑपरेशन होना था। ऑपरेशन के बाद जब याचिकाकर्ता को ऑपरेशन थियेटर से बाहर लाया गया , तब मालूम हुआ कि बाएं की बजाय दाहिने पैर का ऑपरेशन कर दिया गया है।  परिजनों ने जब इस पर आपत्ति जताई जिस पर  इसी अस्पताल में आनन-फानन में उनके दाहिने पैर का भी ऑपरेशन कर दिया।

महिला के पति रितेश शर्मा ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर से कि गई पर प्रशानिक स्तर पर कोई मदद नहीं हुई न कार्रवाई ही दोषियों के खिलाफ की गई। पीड़िता  ने हाईकोर्ट की शरण ली। हाईकोर्ट में जस्टिस  राकेश मोहन पांडेय की  सिंगल बेंच में  मामले की सुनवाई हुई।  सुनवाई के बाद कोर्ट ने मामले में हुई घोर लापरवाही पर संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार की जाँच समिति, कलेक्टर बिलासपुर, आरबी हॉस्पिटल,सिम्स, और डॉक्टर लालचंदानी को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है