लोकसभा चुनाव में बदली हुई दिखाई देगी चुनावी फिज़ा

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*उम्र दराज नेताओं को दिया जायेगा आराम, निष्क्रियता के चलते कट सकती है वरूण की टिकट *

लखनऊ। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों में सूबे की राजनीतिक फिज़ा बदली हुई नजर आएगी। भाजपा से जो संकेत मिल रहे हैं उनमें ये तय माना जा रहा है कि उम्र दराज नेताओं को टिकट नही मिलेगी वहीं पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी पर पार्टी में निष्क्रियता की तलवार लटक रही है जिससे उनका भी टिकट कट सकता है लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है।

सूत्रों के अनुसार योगी सरकार के कुछ मंत्रियों को भी लोकसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है। इनमें पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद को शाहजहांपुर या धौरहरा, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान को फतेहपुर, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से लड़ाए जाने की चर्चा है। वहीं भाजपा कुछ मौजूदा सांसदों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका देगी।इनमें 75 वर्ष की आयु पूरी होने के कारण कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी, देवरिया के सांसद रमापति राम त्रिपाठी, बरेली के सांसद संतोष गंगवार, मथुरा की सांसद हेमा मालिनी, प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी के टिकट कटने की चर्चा है। वहीं पार्टी में सक्रिय नहीं रहने के कारण पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी का टिकट कटने की चर्चा भी चल रही है।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव में मंत्रियों को भी चुनाव लड़ाया जा सकता है, लेकिन इसका निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा। उन्होंने कहा कि कुछ सांसदों के टिकट काटे जाएंगे तो कुछ नए चेहरों को मौका भी दिया जायेगा।