Featured News धर्म-आध्यात्म !! अनुभव !! 1 min read 1 year ago Janpatra News Share thisFacebookXLinkedInWhatsAppजब हम अपने ही कुकृत्य में घिर जाते हैं तो हमें जो सोते,जागते और स्वप्न में दिखता है वह सत्य नहीं होता है । वह हमारी ही असुरक्षा की भावना होती है । संत मैथिलीशरण Continue Reading Previous राहुल को दो साल की सजा शंकास्पद एवं प्रायोजित : रिजवीNext डॉक्टरों ने मेगा प्रोस्थेसिस लिम्ब सॉल्वेज सर्जरी कर पैर कटने से बचाया