जीवन में कभी गर्व नहीं करना चाहिए-पं.शर्मा

1 min read
Share this

रायपुर। मनुष्य को जीवन में कभी भी स्वंय पर गर्व नहीं करना चाहिये। जो मनुष्य स्वंय पर गर्व करता है उसे परमपिता कभी भी स्वीकार नहीं करते।जो मनुष्य स्वंय पर गर्व करता है वह परमपिता से दूर होते जाता है और हमेशा आत्ममुग्ध रहता है।

ये बातें श्री मारुती मंगलम भवन हनुमान मंदिर परिसर में श्री रामसापीर मित्र परिवार रायपुर द्वारा 19 से 26 मार्च तकआयोजित सात दिवसीय रामदेवबाबा अमृत कथा एवं श्री रामदेव विष्णुदास महायज्ञ में कथा व्यास सुप्रसिद्ध जम्मू गायक रामदेव पं राजेन्द्र शर्मा ने जांभाजी का परचा का वर्णन करते हुए श्रद्धालुजनों को बताई।
पं राजेन्द्र शर्मा ने आज जांभाजी का परचा,धन्नाराम जाट को परचा,लाखा बिणजारा को परचा का दृष्टांत सुनाया और उसका संगीतमय वर्णन किया।
लाखा बंजारा का पर्चा का दृष्टांत सुनाते समय उनके जीवन  का सारांश बताते हुए पंडित जी ने कहां कि जीवन में कभी भी धर्मकार्य में किसी भी तरह का झूठ ना बोले क्योंकि झूठ के बराबर कोई दूसरा पाप नहीं है और इस कर्म को भुगतना ही पड़ता है ।इस कथा के दौरान जब श्रृंगार गीत गाया गया सभी भक्तों के हाथों का श्रृंगार कर भरपूर प्रसाद बांटा गया कथा के प्रारंभ में यजमान द्वारा पूजन तथा विधिवत ज्योत जगाई गई।  कल 24 मार्च को डाली बाई की समाधि का विस्तृत संगीतमय वृतांत सुनाया जाएगा।
*शहर में पहली बार हो रहा सात दिवसीय आयोजन *
शहर में पहली बार लगातार सात दिनों तक सजीव झांकियों के साथ जन्म से समाधी तक संगीतमय कथा के साथ 108 दीपों की आरती के साथ बाबा रामदेव का यह आयोजन हो रहा है। इस आयोजन में गुजराती समाज की महत्वपूर्ण भूमिका तो है ही।साथ अन्य दूसरे समाज के लोगों ने भी इस आयोजन में अपनी भागीदारी निभाई है।